अब तो दिल ही नहीं कहता छोड़कर जाने का। जो इक मुलाकात में आहें भर बैठे।। अब तो दिल ही नहीं कहता छोड़कर जाने का। जो इक मुलाकात में आहें भर बैठे।।
लकड़ी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती यही यह कविता दर्शाती है... लकड़ी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती यही यह कविता दर्शाती है...
तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं। तुम्हारे लिए क्या कहे शब्द कम पड़ जाते हैं।
पहली मुलाकात की छाप मानो जैसे सारी दीवारें तोड़कर दिल में उतर जाना चाहती थी। पहली मुलाकात की छाप मानो जैसे सारी दीवारें तोड़कर दिल में उतर जाना चाहती थी।
प्यार कर लूँ मैं तुमसे कुछ पल। प्यार कर लूँ मैं तुमसे कुछ पल।
हमें भी सिखाया, यह मोहब्बत का सलीक़ा। हमें भी सिखाया, यह मोहब्बत का सलीक़ा।